सत्संग करा देता है, भवसागर से पार

सासनी, जन सामना संवाददाता। सत्संग तारता है और कुसंग डूबोता है। अच्छे संग से अच्छे संकल्प तथा कर्म होते हैं। मंथरा दासी के संग से केकई के मन के संकल्प बिगड़ गये, यह कुसंग का फल है। सत्संग से ही सत्य को समझा जा सकता है। संतों तथा सत्शास्त्रों के वचनों को ग्रहण करना चाहिए। … Continue reading सत्संग करा देता है, भवसागर से पार